Wednesday, April 3, 2013

काम की तलाश में दरिंदों के हाथों बिकती रही...

काम की तलाश में दरिंदों के हाथों बिकती रही... जयपुर: राजस्थान के अलवर, भरतपुर और जैसलमेर में शादी के लिए युवतियों को खरीदने के काफी मामले सामने आ रहे हैं। ह्यूमन ट्रेफिकिंग से जुड़े एनजीओ से मिली जानकारी से पता चला है कि लड़कियों की घटती संख्या के कारण राजस्थान में शादी के लिए लड़कियां खरीद कर लाई जाती हैं। देश के अलग-अलग शहरों से लड़कियों को खरीद कर देह व्यापार के धंधे में उतारा जाता है।


राजस्थान के भरतपुर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें पश्चिम बंगाल से लाई गई एक लड़की की जबरदस्ती शादी कर दी गई। पश्चिम बंगाल की रहने वाली रीमा (काल्पनिक नाम) पिछले चार साल से लापता है जो कि भरतपुर के डीग शहर में मिली। जानकारी से पता चला कि रीमा यहां पर विनोद जाटव की पत्नी के रुप में रह रही थी। रीमा ने पुलिस और एनजीओ को बताया कि 2009 में वह परिचित के कहने पर वह दिल्ली आ गई। जहां से जालसाजी से दलाल को बेच दिया गया। जिसके बाद बार-बार उसे देह व्यापार के धंधे डाल दिया गया। दो बार और बेचने के बाद अंत में उसे भरतपुर के जाटव ने खरीद कर उससे शादी कर ली। अब वह दो बच्चों की मां है।


गैर-सरकारी संस्था ने बताया कि रीमा को ह्यूमन ट्रेफिकिंग के जरिए बंगाल से दिल्ली और फिर भरतपुर पहुंचाया गया। संस्था के एक अधिकारी ने बताया कि लड़की ने माना कि उसकी शादी विनोद के साथ जबरन करवाई गई थी। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब पश्चिम बंगाल के निरीक्षक की अगुवाई में ह्यूमन ट्रेफिकिंग की इकाई (एएचटीयू) ने छापा मारा।


छापामारी के दौरान एएचटीयू ने लड़की को दोनों बच्चों समेत पश्चिम बंगाल ले आई है। खास बात यह है कि कोलकाता हाईकोर्ट में भी यह केस चल रहा है। इस मामले में रिमा के पिता ने केस दर्ज करवा रखा है। जिसके बाद हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे तुरंत ही एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग यूनिट को सौंप दिया और जांच के आदेश दिए।

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